उन्हीं की यादों में
खोये रहते है पल-पल
खोये रहते है पल-पल
बड़ा अजीब और अकेला
महसुस करते हैं आजकल
महसुस करते हैं आजकल
जो दिख जाऐं कहीं वो
तो छिपाना चाहते हैं खुद को
तो छिपाना चाहते हैं खुद को
और ना हो दीदार
तो दीखाना चाहते हैं उनको
तो दीखाना चाहते हैं उनको
की सिने में दिल अनायास ही
धड़कता है धक-धक
धड़कता है धक-धक
बड़ा अजीब और अकेला
महसुस करते हैं आजकल
महसुस करते हैं आजकल
प्रिय, प्रियतम, प्राणप्रिय
वो है मेरा पिया
वो है मेरा पिया
कि माखन के साथ-साथ
जो सबके चुराते जिया
जो सबके चुराते जिया
वोही, की सिर्फ वोही इस दिल में
समाये रहते हैं हर पल
समाये रहते हैं हर पल
बड़ा अजीब और अकेला
महसुस करते हैं आजकल
महसुस करते हैं आजकल
---- हीजना सुमैया
No comments:
Post a Comment