शांति समर में,
कभी भूलकर भी,
धैर्य नहीं खोना होगा,
वज्र प्रहार,
भले, सिर पर हो,
तुझे नहीं रोना होगा,
औरो से बदला,
लेने को, मन में,
बीज नहीं बोना होगा,
घर में कण,
टूल देकर, फिर
तुझे नहीं सोना होगा,
देश दाग की,
रुधिर वारी से,
हर्षित हो धोना होगा,
देश कार्य की,
सारी गठरी,
सर पर रख ढोना होगा,
आँखे लाल,
भौंवे टेढ़ी कर,
क्रोध नहीं करना होगा,
बली वेदी पर,
तुझे हर्ष से,
चढ़कर कट मरना होगा,
नश्वर है,
नर देह, मौत से,
कभी नहीं डरना होगा,
सत्य मार्ग को,
छोड़, स्वार्थ पथ पर,
पैर नहीं धरना होगा,
होगी निश्चय
जीत, धर्म की,
यही भाव भरना होगा,
मातृ भूमि
के लिए, जगत में,
जीना और मरणा होगा,
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#जय_हिन्द
#जय_श्री_राम
#वंदे_मातरम्